भारतेंदु युगीन साहित्य
- ‘मयंक महिमा’ कविता के रचनाकार कौन है-प्रेमघन
- आधुनिक काल को गद्यकाल की संज्ञा किसने दी-रामचंद्र शुक्ल
- “भारतेंदु ने हिंदी साहित्य को एक नए मार्ग पर खड़ा किया। वे साहित्य के नए युग के प्रवर्तक थे।” किसकी पंक्ति है- रामचंद्र शुक्ल
- स्वर्ग की विचार सभा’ निबंध किसका है-भारतेंदु हरीशचंद्र
- ‘तप्ता संवरण’ नाटक के नाटककार कौन है-श्री निवासदास
- आगरा में ‘स्कूल बुक सोसाइटी’ की स्थापना कब हुई-1833 ई.
- हिंदी का पहला समाचार-पत्र कौनसा था-उदंत मार्तण्ड
- ‘उदयभान-चरित’ के रचनाकार कौन थे- इंशा अल्लाह खां
- “भारतेंदु युग का साहित्य व्यापक स्तर पर गदर से प्रभावित है” किसकी पंक्ति है-डॉ. रामविलास शर्मा
- ‘उदंत मार्तण्ड’ समाचार-पत्र के संपादक कौन थे-पं. जुगल किशोर
- भारतेंदुयुगीन सहित्य को ‘जनवादी’ साहित्य किस आलोचक ने कहा-रामविलास शर्मा
- भारतेंदु युग की समय-सीमा कहाँ तक मानी जाती है-१८५० -१९०० ई.
- वेदांत सूत्र’ का हिंदी गद्य में किसने अनुवाद प्रकाशित कराया-राजाराम मोहनराय
- हिंदी भाषा का प्रथम समाचार-पत्र कब निकला-1826 ई.
- भारतेंदु हरीशचंद्र का पहला मौलिक नाटक कौनसा है-वैदिकी हिंसा हिंसा न भवत
- भारतेंदु के कुल नाटको की संख्या है-17
- गोल्ड स्मिथ की रचना ‘हरमिट’ और ‘डजर्टेड’ ‘विलेज’ का अनुवाद किया-श्रीधर पाठक
- ‘यमलोक की यात्रा’ निबंध किसका है-राधाचरण गोस्वामी
- किस आलोचक ने निबंधकार प्रतापनारायण मिश्र व बालकृष्ण भट्ट को हिंदी का ‘स्टील’ और ‘एडिसन’ कहा-रामचंद्र शुक्ल
- आयु क्रम की दृष्टि से भारतेंदु मंडल के सबसे वरिष्ट सदस्य थे-बालकृष्ण भट्ट
- भारतेंदु हरीशचंद्र का जन्म किस वर्ष हुआ-1850 ई.
- ‘निःसहाय हिंदु’ उपन्यास के रचयिता है-राधाकृष्ण दास
- ‘कश्मीर कुसुम’ किसकी रचना है- भारतेंदु हरीशचंद्र
- ‘हिंदी प्रदीप’ पत्र के संपादक कौन थे-बालकृष्ण भट्ट
- हिंदी का प्रथम दैनिक पत्र कौनसा था-समाचार सुधावर्ष
- नवजागरण का सर्वाधिक प्रभाव किस साहित्य पर पड़ा-बांग्ला-साहित्य
- आधुनिक हिंदी साहित्य का आरम्भ-वर्ष कौनसा माना जाता है-1850 ई.
- भारतेंदु युग को पुनर्जागरण काल किसने कहा-डॉ. नागेन्द्र
- ‘हिंदी नई चाल में ढली’ किसने कहा-भारतेंदु हरीशचंद्र
- ‘जुआरी खुआरी’ नाटक के रचनाकार है-प्रतापनारायण मिश्र
- ‘वुड घोषणा पत्र’ किस वर्ष प्रकाशित हुआ-1800 ई.
- ‘संवाद कौमुदी’ पत्रिका के प्रकाशन में महत्वपूर्ण योगदान था-राजा राममोहन राय
- ईश्वर मर गया’ घोषणा किस पाश्चात्य विद्वान की थी-नीत्शे
- ‘कविवचनसुधा’ मासिक पत्रिका का प्रकाशन वर्ष है-1868 ई.
- हिंदी का प्रथम पत्र ‘उदंत मार्तण्ड’ था-मासिक
- हिंदी का प्रथम नाटक कौनसा माना जाता है-आनंद रघुनन्दन
- ‘निहुष’ नाटक के नाटककार कौन है-गोपालचन्द्र गिरिधरदास “हमारो उत्तम भरत देस” किसकी पंक्ति है-राधाचरण गोस्वामी
- रामप्रसाद निरंजनी को प्रथम प्रौढ़ गद्य-लेखक किस आलोचक ने माना-रामचंद्र शुक्ल
- “धन्य भूमि भारत सब रतननि की उपजावनि” किसकी पंक्ति है-प्रेमघन
- ‘ मन की लहर’ किसकी काव्य रचना है-प्रतापनारायण मिश्र
- “रोवहु सब मिलि, आवहु भारत भाहा! हा! भारत-दुर्दशा न देखी जाई।” किसकी पंक्ति है-भारतेंदु
- आनंद-रघुनंदन’ के रचयिता है-विश्वनाथ सिंह
- अलौकिक लीला’ आख्यान कविता किसकी है-बद्रीनारायण चोधरी प्रेमघनमेघनाद-वध’ किसकी रचना है-माइकेल मधुसूदन दत
- भारतेंदु ने अपनी किस कविता में विदेशी वस्तुओ के बहिष्कार की प्रत्यक्ष रूप से प्रेरणा है-प्रबोधिनी
- भारतेंदु ने किस संस्था की स्थापना की-तदीय समाज
- विजयिनी विजय वेजयन्ति’ किसकी रचना है-भारतेंदु
- ‘भारत बारहमासा’ किसकी रचना है-राधाकृष्णदास